क्या आपका ट्रक बीच सफ़र में खराब हुआ है? क्या आपका ट्रक वहां खराब हुआ है जहां मदद करने वाला कोई नहीं है? इस स्थिति के लिए हिंदी में एक मुहावरा इस्तेमाल किया जाता है- करेला ऊपर से नीम चढ़ा। शायद अगर आप एक ट्रक मालिक या ट्रक चालक हैं, तो आप यहाँ अधिक समझ पाएंगे। आज हम आपको सबसे आम ट्रक ब्रेकडाउन के बारे में बताएंगे। इसके अलावा इस चीज़ पर भी प्रकाश डालेंगे कि कैसे इन सब चीज़ों से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में-
छोटी सी बाइक हो या पहाड़ जैसा ट्रक, बैटरी के बिना इंजन नहीं चल सकता है। कितनी ही गाड़ियों को हमने सड़क पर खड़े देखा है जिनकी बैटरी खराब थी। ऐसे में इंजन स्टार्ट नहीं होता है। आमतौर पर, ट्रक की बैटरी 3 से 5 साल तक चलती है और अगर आप बहुत ठंडे या गर्म इलाकों में रहते हैं तो यह अवधि और भी कम हो जाती है। इसलिए, बैटरी को समय-समय पर बदलवाते रहें।
ब्रेक के फेल होने से न जाने कितनी दुर्घटनाएं होती हैं। ट्रक का वज़न भी ब्रेक पर अधिक दबाव डालता है। पहाड़ों पर ये प्रेशर दोगुना हो जाता है जहां तीखी सड़कों पर ब्रेक लगाते रहना होता है। ज़रूरी ये है कि ब्रेक पैड का ध्यान रखें। हर यात्रा के बाद इसे चेक ज़रूर करवा लें ताकि किसी को जान का खतरा न हो।
ओवरहीटिंग, इंजन में होने वाली आम समस्याओं में से एक है। गैस्केट का फटना, फ़्यूल लीक, कूलेंट के कम लेवल से इंजन में कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं। समय समय पर सर्विस और विशेषज्ञ की सलाह ही इन सब चीज़ों से बचा सकती है।
जब अचानक आवाज़ आती है और इंजन बिल्कुल भी स्टार्ट नहीं होता है, तो समझ लें कि ट्रांसमिशन में खराबी आ गई है। अपने ट्रांसमिशन की नियमित सर्विसिंग करवाते रहें। फ़्लूइड को फ्लश करें और इस तरह वाहन के ट्रांसमिशन सिस्टम पर तनाव कम करें।
ट्रक ड्राइवर घंटों सड़कों पर रहते हैं। ट्रक के इतनी देर चलने से क्लच में भी घिसावट पैदा होती है। क्लच ट्रक का एक ऐसा हिस्सा है जो समय के साथ आमतौर पर टूट सकता है। क्लच पर पैर रखकर लगातार ट्रक न चलाना इसे बचा सकता है। ज़रूरत पर ही क्लच दबाएं। अनावश्यक रूप से उसपर दबाव न डालें।
ट्रक की जान उसके टायर होते हैं। जितनी ज़्यादा संख्या में टायर होंगे, उतना ही वज़न ट्रक भी उठा पाएगा। गर्मी में खासतौर पर टायर फटने की ख़बरें आम हो जाती हैं। कई ट्रक ड्राइवर टायरों पर ध्यान नहीं देते। हज़ारों किलोमीटर के बाद भी नहीं बदलवाते। टायरों की भी ज़िंदगी होती है। इसलिए ज़रूरी है कि किसी भी यात्रा से पहले टायरों का प्रेशर और हाल देख लें। बैलेंसिंग और व्हील अलाइनमेंट करवाने से भी टायरों की लाइफ़ ट्रक ड्राइवर बढ़ा सकते हैं। ट्रेड की गहराई और साइडवॉल पर होने वाले नुकसान की नियमित रूप से जांच करना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा टायरों की सही देखभाल न करना 10 प्रतिशत तक माइलेज घटा सकता है।
इसमें अल्टरनेटर, स्टार्टर मोटर और बैटरी से जुड़ी समस्याएं शामिल होती हैं। ड्राइवर चमकती हेडलाइट देखकर या इंजन चालू करने या मृत बैटरी को चालू करते समय क्लिकिंग की आवाज़ सुनकर इसका पता सकते हैं। आजकल सेंसर की मदद से इनको चेक किया जाता है।
अगर ट्रक चलते हुए अजीब तरह से आवाज़ निकाल रहा है तो उसपर उसी वक्त ध्यान दें। हो सकता है वो आपको आने वाली समस्या के बारे में चेतावनी देना चाह रहा हो। घिसा हुआ गियर, बियरिंग की परेशानियों की वजह से भी ऐसी आवाज़ें आ सकती हैं।
ऐसा कोई वाहन नहीं जो खराब न होता हो। बस ज़रूरत सही देखभाल की है। अगली बार सड़क पर निकलें तो इन सभी बातों को ध्यान में रखें। और फिर भी कुछ हो जाए तो घबराएं नहीं!!
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