कृषि से जुड़े हुए लोगों के लिए कई संसाधन बेहद ज़रूरी होते हैं। इन्हीं में से एक है, ट्रैक्टर। ट्रैक्टर के जरिए किसान कई तरह के काम करते हैं और खेती की दुनिया में इसका इस्तेमाल बहुत बड़े स्तर पर किया जाता है। लेकिन आबादी का एक तबका ऐसा भी है जो ट्रैक्टर का इस्तेमाल तो करना चाहता है पर कर नहीं पाता। इसके पीछे की मुख्य वजह है डीज़ल की बढ़ती कीमत। ऐसे में बाज़ार में एक नए विकल्प के तौर पर सोलर ट्रैक्टर की मांग बढ़ रही है। इस ट्रैक्टर की खास बात ये है कि इसे चलने के लिए न तो पेट्रोल की ज़रूरत है और न ही डीज़ल की। ये ट्रैक्टर पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर काम करता है। ज़्यादा जानकारी के लिए बस इस लेख के अंत तक बने रहें।
सौर ऊर्जा या सोलर पावर आज के युग की ऐसी तकनीक है जिसके ज़रिए सूरज की रोशनी से बिजली बनती है। इसी बिजली को एक बैटरी में स्टोर किया जाता है जिसके जरिए फिर उपकरण आदि चल पाते हैं। सोलर ट्रैक्टर भी इसी तकनीक पर काम करता है। ट्रैक्टर पर लगे पैनल सूरज से रोशनी लेकर उसे ऊर्जा में तब्दील कर देते हैं। यही ऊर्जा फिर इनवर्टर की बैटरी में एकत्रित हो जाती है। इसके बाद ही खेती के काम ट्रैक्टर के माध्यम से किए जा सकते हैं।
किसान और पशुपालन करने वाले लोगों के खर्च से लेकर उनकी उत्पादकता को बढ़ाने में सोलर ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया जा सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं सौर ऊर्जा से चलने वाले ट्रैक्टर के फायदे:
. कम परिचालन और रखरखाव लागत
. इस ट्रैक्टर को चलाने के लिए किसी तरह के ईंधन की ज़रूरत नहीं है।
. ट्रैक्टर के ज़रिए ध्वनि और वायु प्रदूषण को कम किया जा सकता है।
. ट्रैक्टर पर लगे सोलर पैनल लंबे समय तक आसानी से चल सकते हैं।
. ट्रैक्टर के माध्यम से बिजली से चलने वाले उपकरणों का इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे बल्ब, फ्रिज आदि।
. पेट्रोल या डीज़ल पर होने वाला खर्च भी सौर ऊर्जा के जरिए कम किया जा सकता है।
सौर पैनलों से उपलब्ध सीमित बिजली आपूर्ति, सोलर ट्रैक्टर का उपयोग करने में प्रमुख बाधाओं में से एक है। ये ट्रैक्टर ईंधन से चलने वाले ट्रैक्टरों की तुलना में कम शक्तिशाली हो सकते हैं और उनका प्रदर्शन भी कम हो सकता है। लेकिन तकनीकी प्रगति इसे अधिक शक्तिशाली और कुशल बना रही है। इससे वे किसानों के लिए एक उपयुक्त विकल्प बन रहे हैं।
भारत में सोलर ट्रैक्टर की कीमत कई चीज़ों पर निर्भर करती है, जैसे कि ट्रैक्टर का ब्रांड, मॉडल और उसकी विशेषताएं। डीज़ल और पेट्रोल इंजन वाले ट्रैक्टर की तुलना में, सोलर ट्रैक्टर ज्यादा महंगा हो सकता है। भारत में बेसिक सोलर ट्रैक्टर की कीमत 5 लाख से 8 लाख रुपए के बीच होती है। ये कीमतें स्थान, राज्य और डिमांड के हिसाब से अलग-अलग हो सकती हैं।
आजकल जब हम प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के बारे में चर्चा करते हैं तो सोलर ट्रैक्टर हमें एक नया दृष्टिकोण प्रदान करता है। यह ट्रैक्टर न केवल कृषि को समर्थन देता है बल्कि हमारे पर्यावरण की भी देखभाल करता है। इसके साथ ही, यह हमारे भविष्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इस नए और सरल प्रौद्योगिकी के साथ, हम सभी एक स्वच्छ, हरित और समृद्ध भविष्य की दिशा में अग्रसर हैं।
ऐसी ही ज्ञानवर्धक बातों के लिए 91TRUCKS को पढ़ते रहिए। महिंद्रा, सोनालिका, जॉन डीरे व अन्य ट्रैक्टर ब्रांडों की डीलरशिप के बारे में और जानने के लिए 91TRACTORS की वेबसाइट पर जाएं और ज़्यादा जानकारी पाएं।
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